Support and Resistance क्या है? Support Resistance Levels कैसे पहचाने?#learntrading2024

Support and Resistance एक ऐसा लेवल होता है जहा से शेयर के प्राइस एक्शन में बदलाव को पहचाना जा सकता है। अगर आप Share market में Intraday ट्रेडिंग करते है या Positional ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको Support and Resistance level के बारे में जानकारी होनी चाहिए | Support level उस लेवल को कहते है जिस लेवल से Buyers के आने और Resistance level ,Sellers के बाज़ार में आने का संकेत देता है | इस पोस्ट में हम समझने वाले है कि शेयर बाज़ार में Support and Resistance क्या होते है और Chart में सही तरीके से Support and Resistance की पहचान कैसे करते है और इसकी मदद से ट्रेड कैसे प्लान करे।

Support and Resistance क्या है?

Support and Resistance किसी भी शेयर के कीमत में होने वाले उतार चढाव को दर्शाने का एक level होता है। ऐसा माना जाता है कि Support level पर बाज़ार में Buyers entry कर सकते है और उस लेवल से शेयर के कीमत में उछाल आ सकता है इसी प्रकार Resistance level पर बाज़ार में Sellers entry कर सकते है, जो शेयर के कीमत को नीचे धकेल सकता है। साधारण भाषा में समझे तो Support and Resistance ऐसे लेवेल्स होते है जो बाज़ार के उतार चढाव में बनते रहते है और इन लेवेल्स पर बाज़ार में बड़े निवेशको के आने की सम्भावना अधिक हो जाती है।

Support Level

Support उस विशेष प्राइस लेवल को दर्शाता है जिस पर विक्रेताओ से सप्लाई की तुलना में खरीदारों की मांग अधिक होती है ,यानि कि प्राइस ऐसे लेवल पर आ जाता है, जहां पर खरीददारों के आने की सम्भावना अधिक होती है,जिससे कि कीमत के उस लेवल से नीचे गिरने की सम्भावना कम हो जाती है और प्राइस के बढ़ने की सम्भावना अधिक हो जाती है इस लेवल का इस्तेमाल मार्केट में एंट्री करने के लिए किया जा सकता है।

इंडेक्स में अधिकांश राउंड नंबर Support and Resistance लेवल के रूप में काम करते है जैसे बैंकनिफ्टी में 47800,47900 और निफ्टी में 22150,22200,22250 जैसे लेवेल्स | Tradingview plateform की मदद से आप फ्री में chart देख सकते है|

Resistance Level

Resistance ऐसा लेवल होता है जिस पर खरीददारों की डीमांड की तुलना में विक्रेताओ की सप्लाई अधिक होती है। प्राइस के इस लेवल पर आ जाने पर विक्रेताओ के आने की सम्भावना अधिक हो जाती है, जिससे कि कीमत के उस लेवल से ऊपर जाने की सम्भावना कम हो जाती है। इस लेवल पर विक्रेता अपने होल्डिंग्स को बेचना शुरू कर देते है, जिससे कीमत बढ़ने से रुक जाती है। इस लेवल का इस्तेमाल मार्केट से बाहर निकलने के लिए किया जा सकता है।

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Support and Resistance level को कैसे draw करें

सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल चार्ट पर ड्रा करने के लिए 15 से 30 मिनट का टाइम फ्रेम देखना चाहिए, इसके साथ ही PDL( PREVIOUS DAY LOW) ,PDH (PREVIOUS DAY HIGH)और पिछले दिन के ओपनिंग और क्लोजिंग के लेवल्स को मार्क करना चाहिए। इसके साथ ही इंपॉर्टेंट डिमांड जोन और सप्लाई जोन को मार्क करना अनिवार्य है।

सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर ट्रेड कब लें

  • सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेबल के माध्यम से ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके ऊपर बताए गए समय के अनुसार chart पर Support and Resistance level मार्क करना है।
  • इसके बाद कैंडल स्टिक के 5 मिनट के Timeframe पर किसी Candlestick पर कंफर्मेशन प्राप्त होने के बाद ही एंट्री लेनी है।
  • इसके साथ ही अपने स्टॉप लॉस और टारगेट को trade लेने से पहले ही define कर लेना चाहिए क्योंकि option Trading में आपके थोड़े से लालच के कारण बड़ा पैसा जा सकता है।
  • इसलिए अपने स्टॉप लॉस और टारगेट के आते ही आपको निकलना है और इनका पालन हमेशा करना है|
  • Double Confrimation के लिए Option Chain,Volume,EMA,pivot point,RSI जैसे tools का उपयोग बाज़ार के trend का सही पता लगाने में मदद कर सकता है।
  • जिससे ट्रेंड की दिशा में entry बनाई जा सके और सही Risk:Reward के साथ अच्छी ट्रेड मिल सके।

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