वायदा बाजार की एक्सपायरी क्या होती है? | INDEX OPTION KI EXPIRY KYA HOTI HAI

INDEX OPTION KI EXPIRY KYA HOTI HAI जिस तरह से दवाओं की एक्सपायरी डेट होती है उसी तरह वायदा बाजार के Contracts की भी EXPIRY होती है, EXPIRY के दिन आपके COntract खत्म हो जाते है और EXPIRY के दिन तक सारे COntracts को बेचना जरूरी हो जाता है क्यूंकि इसके बाद आप इन Contracts को TRADE नहीं कर सकते, इस पोस्ट में हम वायदा बाज़ार की एक्सपायरी से जुडे तथ्यों के बारे में जानेगे

वायदा बाजार की एक्सपायरी क्या होती है? INDEX OPTION KI EXPIRY KYA HOTI HAI

वायदा बाजार की expiry दो सीरीज में होती है ,एक weekly और दूसरी monthly. जिस दिन सीरीज खत्म होती है उसे एक्सपायरी कहते हैं , किसी भी समय में वायदा बाजार की 3-series खुली रहती हैं पहला जिस महीने में ट्रेड कर रहे हैं, दूसरा उसके अगले महीने में तीसरा उसके दूसरे महीने में

जिस महीने में ट्रेड कर रहे हैं उसे करंट सीरीज उसके अगले महीने की सीरीज को Next सीरीज और इसके अगले महीने की सीरीज को Far month सीरीज कहते हैं उदाहरण के लिए अगर आप जून महीने में ट्रेड कर रहे हैं तो वह महीना करंट सीरीज कहलायेगा और जुलाई महीना NEXT सीरीज तथा अगस्त महीना FAR MONTH सीरीज होगा।

एक्सपायरी पर क्या होता है? |EXPIRY PAR KYA HOTA HAI

  • पहली सीरीज का कांट्रैक्ट EXPIRE हो जाता है
  • अगली सीरीज में दोबारा कांट्रैक्ट खड़ा कर सकते हैं
  • शेयर एक्सपायर नहीं होता है वह लिस्टेड रहता है, बल्कि उस सीरीज के कांट्रेक्ट EXPIRE हो जाते हैं।
  • सबसे ज्यादा लिक्विडिटी मौजूदा सीरीज में होती है
  • एक्सपायरी से पहले भी अगली सीरीज में पोजीशन ले सकते हैं
  • अगली सीरीज में दोबारा पोजीशन खड़ा करने को रोलओवर कहा जाता है।
  • एक्सपायरी के दिन बहुत सतर्क रहने की जरूरत है EXPIRYके दिन शेयर के प्राइस बहुत तेजी से घटते और बढ़ते हैं
  • एक्सपायरी पर प्रीमियम तेजी से घटते बढ़ते हैं
  • इक्विटी इंडेक्स फ्यूचर्स की एक्सपायरी हर महीने के आखिरी गुरुवार को होती है यदि गुरुवार को मार्केट बंद है तो बुधवार को उसके एक्सपायरी हो जाएगी

एक्सपायरी के दिन ट्रेडिंग करने के फायदे और नुकसान

  • एक्सपायरी के दिन कम पैसे में अच्छा ट्रेड ले सकते है
  • अगर आपको मार्केट का डायरेक्शन नहीं कन्फर्म होता है तो आप PUT और CALL दोनों में POSITION लेकर मुनाफा कमा सकते है
  • कम वैल्यू के शेयर्स ZERO-HERO के रूप में कार्य कर सकते है अगर बाज़ार अपने SPOT PRICE से ऊपर जाता है तो CALL OPTION और अगर बाज़ार नीचे जाता है तो PUT OPTION में काफी अच्छा मुनाफा हो सकता है
  • HERO-ZERO TRADE तभी करे जब आपको लगे कि SHORT COVERING हो सकती है

इसके साथ ही एक्सपायरी के दिन ट्रेड करने पर आपको भारी नुकसान भी हो सकता है क्यूंकि

  • एक्सपायरी के दिन शेयर्स के PRICE 0 भी हो सकते है
  • बाज़ार में एक्सपायरी के दिन उतार चढाव होने के कारण शेयर्स का PREMIUM धीरे धीरे कम होता जाता है जिससे मार्केट में बढ़त होने पर भी नुकसान हो सकता है

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