Long और Short Positions की जानकारी से ट्रेड कैसे करे ?| Long and Short in hindi

Long and Short In Hindi: इस पोस्ट में हम जानेंगे कि Options Trading में Long और Short Positions के बारे में समझ कर ट्रेडिंग कैसे की जाती है, दोस्तों आप सभी अगर ट्रेडिंग कर रहे है या करने की सोच रहे है तो आपको मार्केट से सम्बन्धित जानकारियों का ज्ञान होना बहुत आवश्यक है बिना सही जानकारी और Preplan के बिना ट्रेडिंग करने से आपको नुकसान हो सकता है, अगर आप भी शेयर मार्केट को समझना चाहते है तो हमारे ब्लॉग पर आपको Longterm और F&O Trading और मार्केट से सम्बन्धित बिभिन्न आवश्यक जानकारिया मिलती रहेंगी इसलिए इस पेज को अभी बुकमार्क कर लें

आज के इस पोस्ट में हम Long Position और Short Position को समझेंगे और इसके माध्यम से कैसे ट्रेडिंग कर सकते है इसके बारे में भी चर्चा करेंगे Long and Short Postion को समझने से पहले हमको Open Intrest के बारे में जानना होगा

OPEN INTREST क्या है ?

अगर हम बाज़ार की बात करे तो बाज़ार में दो तरह के लोग होते है एक वो जिन्हें लगता है बाज़ार ऊपर जाने वाली है और दूसरे वो जिन्हें लगता है बाज़ार नीचे जाने वाले है , दोनों अपनी अपनी Strategy के अनुसार बाज़ार में अपने पैसे लगाते है और कॉन्ट्रैक्ट्स खरीदते है ,अब इन दोनों तरह के लोगो के द्वारा जो कॉन्ट्रैक्ट्स को खरीदा या बेचा जाता है यही खुला कॉन्ट्रैक्ट OPEN INTREST कहलाता है ,अर्थात ओपन इंटरेस्ट  “यह बताता है कि बाजार में कितने कॉन्ट्रैक्ट अभी भी ओपन हैं” जब नए कॉन्ट्रैक्ट जुड़ते हैं तो ओपन इन्टरेस्ट बढ़ता है और जब कॉन्ट्रैक्ट बंद होते हैं तो ओपन इंटरेस्ट घट जाता है। 

Long and Short in hindi

LONG POSITION क्या है ?

LONG या Long Position बाज़ार में Bullish Trend को दर्शाता है। जब लोगों को लगता है कि स्टॉक का प्राइस ऊपर जाएगा इसलिए वह स्टॉक को पहले खरीद लेते हैं और स्टॉक का प्राइस बढ़ने पर उसे बेच देते हैं।

SHORT POSITION क्या है ?

Short Position बाज़ार में Bearish Trend को दर्शाता है, इसका अर्थ है कि लोगो को लगता है कि स्टॉक का प्राइस नीचे जाएगा इसलिए वह शेयर को पहले बेच देते है और स्टॉक का प्राइस घटने पर उसे खरीद लेते है

Long Build-up

Long Build-up मार्केट में तेजी को दर्शाता है। लांग बिल्ड अप तब होता है जब F&O सेगमेंट में शामिल स्टॉक की कीमत में बढ़ोतरी के साथ साथ ओपन इंटरेस्ट और वॉल्यूम बढता है।

Short Build up –

Short Build up मार्केट में गिरावट की आशंका को दर्शाता है। शॉर्ट बिल्ड अप तब होता है जब F&O सेगमेंट में शामिल स्टॉक की कीमत में कमी के साथ साथ ओपन इंटरेस्ट और वॉल्यूम बढता है।

Long Unwinding –

Long Build-up के दौरान मार्केट में तेजी की Position को खत्म करके बाहर निकलना Long Unwinding कहलाता है। F&O और कैश मार्केट long Unwinding यह दर्शाता है जिन्होने तेजी की पोजिशन बनाई वो उसे बेच कर पोजिशन खत्म कर रहे है

Short Covering –

मार्केट में गिरावट के बाद तेजी का माहौल बनने पर ट्रेडर्स Short Build Up की Position से बाहर निकलते है जिसे Short Covering कहते हैं। शॉर्ट कवरिंग लॉस या प्रॉफिट पर Open Short Position को बंद करने के लिए या कह सकते है शॉर्ट पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करना शॉर्ट कवरिंग कहलाता है इसमें कीमत में बढ़त के साथ साथ ओपन इंटरेस्ट कम और वॉल्यूम बढता है।

ऊपर बताई गयी सारी जानकारिया काफी आवश्यक है इसलिए इन्हें नोट कर ले

अब हम समझते है कि Long Position और Short Position की मदद से हम कैसे बाज़ार की दिशा का सही चुनाव कर सकते है इसके लिए हमे सबसे पहले Indics के Option Chain को देखना होगा Option Chain आप NSE India की Website या फिर अपने Broker जैसे Upstox या Zerodha में देख सकते है नीचे दिए गये Image को देखे

ऊपर दिए गये चित्र में आपको बाई तरफ Call का open intrest और दाहिनी तरफ Put का open intrest दिखाई दे रहा है, जिस Strike Price पर जिस तरफ का open intrest ज्यादा होगा Market का उस साइड में जाने का चांस अधिक होता है जैसे अगर Call side का Open Interst अधिक है तो मार्केट के नीचे जाने के chance अधिक है और इसी प्रकार अगर Put side का Open Interst अधिक है तो मार्केट के ऊपर जाने के chance अधिक है माना जाता है इस डाटा का अनुमान सही तरीके से निकालने के लिए आप कम से कम 5 Strike ऊपर और 5 Strike नीचे का Open Intrest जोड़कर उसका PCR value निकाल कर मार्केट का सही अनुमान लगा सकते है

यह भी पढ़े – PCR value क्या है ?

Faqs:

Open Intrest क्या होता है?

ओपन इंटरेस्ट  “यह बताता है कि बाजार में कितने कॉन्ट्रैक्ट अभी भी ओपन हैं” जब नए कॉन्ट्रैक्ट जुड़ते हैं तो ओपन इन्टरेस्ट बढ़ता है और जब कॉन्ट्रैक्ट बंद होते हैं तो ओपन इंटरेस्ट घट जाता है। 

Long और Short Position क्या होता है?

LONG या Long Position बाज़ार में Bullish Trend को दर्शाता है,Short Position बाज़ार में Bearish Trend को दर्शाता है|

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